Radha Asthami 2024:- राधा अष्टमी 2024 कब है? क्या होती है राधा अष्टमी, कैसे करें पूजा, क्या खाना चाहिए कैसे करें व्रत राधा अष्टमी से जुड़ी सारी जानकारी!!
Radha Asthami 2024:- क्या होती है राधा अष्टमी?
राधा अष्टमी भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की अष्टमी को मनाई जाती है क्योकि इस दिन श्रीकृष्ण की प्रिय राधा जी का जन्म हुआ था। राधा अष्टमी हर साल मनाई जाती है और यह व्रत त्यौहार राधा जी और क़ृष्ण जी के भक्तों के लिये बहुत ही महत्तव रखती है।
Radha Asthami 2024:- राधा अष्टमी का महत्तव!!
यह त्यौहार महिलाओं के बीच काफी लोकप्रिय है और इस दिन महिलाएं व्रत रखती है ताकि उन्हें राधा जी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त हो सके । इस व्रत को ऱखने से महिलाओं को अखण्ड सौभाग्य की प्राप्ति होती है। ऐसा माना जाता है कि इस व्रत को ऱखने से सुख-और शांति घर आती है। राधा अष्टमी का व्रत करने से आपके सभी पाप धुल जाते है। ऐसा माना जाता है कि राधा जी भगवान श्री कृष्ण जी से थोड़ी बड़ी थी।
श्री कृष्ण जी के जनमाष्टमी के 15 दिन बाद राधा अष्टमी को मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि राधा अष्टमी का व्रत ना रखने पर आपको जन्माष्टमी के व्रत रखने की प्राप्ति भी नहीं होती है। इसीलिये यह आवश्यक माना गया है कि आप राधाष्टमी का व्रत जरुर रखें यदि श्री कान्हा के भक्त के रुप में उनसे प्रेम की आशा रखते हैं।
Radha Asthami 2024:- ब्रज और बरसाने की राधा अष्टमी!!
ब्रज और बरसाने की राधा अष्टमी बहुत ही खास मानी जाती है। इसकी चर्चा चारों ओर होती है। वहां इसे एक बड़े त्यौहार के रुप में देखा जाता है। राधाअष्टमी की रौनक देखते ही बनती है और यह भी श्री कृष्ण जनमाष्टमी की भांति ही बड़े पर्व के रुप में देखी जाती है।
Radha Asthami 2024:- कैसे करते हैं राधा अष्टमी का व्रत!!
- आइये जानते हैं राधा अष्टमी का व्रत कैसे करें… सभी प्रकार के नियमों का उल्लेख नीचे किया गया है ताकि आपका व्रत सफल हो
- सुबह उठकर स्नानादि करे और साफ वस्त्र धारण करें।
- ताबें के कलश की स्थापना करें। ध्यान रहें कि कलश पूरी तरह से साफ व स्वच्छ हों।
- ताबें के कलश के ऊपर वस्त्रधारण की हुई राधा या राधे-मोहन के सुदंर मूर्ति की स्थापना करें।
- इसके बाद उनकी पूरे नियम के साथ पूजा करें।
- इस बात का ध्यान रखें की पूजा मध्याहन में ही करें।
- इस दिन भक्त उपवास भी रखते हैं और घर पर भजन कीर्तन भी करते हैं
- इस प्रतिमा की पूजा करके इसे आचार्य को दान कर दी जाती है।
- उसके बाद आप भी भोजन खाकर इसकी सामप्ति कर सकते है।
- यदि आपके पास समय हो तो इस दिन मंदिर भी जा सकते हैं तो पूरे मन से भजन-कीर्तन में भाग ले सकते है। भजन संध्या में समय गुजारने से मन को शांति व सुकुन मिलता है । इस व्रत को सभी विधियों का पालन करके रखने से मनुष्य मोह-माया से मुक्ति प्राप्त कर लेता है और राधा जी के परोपकार से परिपूर्ण हो जाता है।
हर साल राधा अष्टमी बहुत ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है। यह व्रत बहुत ही खास है और आपकी सभी मनोकामना पूरी कर सकता है। हम आशा करते है कि ये राधाअष्टमी आपके लिये बहुत सारी खुशियां और शांति लेकर आये।
Radha Asthami 2024:- राधा अष्टमी का व्रत कैसे करें!!
राधा अष्टमी का व्रत भगवान श्रीकृष्ण और उनकी प्रिय भक्त राधा जी की पूजा और आदर के रूप में किया जाता है। इसे ध्यान, भजन, पूजा, और दान के साथ मनाया जा सकता है। यहां एक साधारण राधा अष्टमी का व्रत मानने का तरीका है:
उपवास: इस दिन व्रती लोग नींबू पानी और फल जैसे सात्विक आहार का सेवन करते हैं, और अनाना खाने से बचते हैं।
पूजा: व्रत करने वालों को सुबह उठकर स्नान करना चाहिए और सुन्दर रूप में तैयार होकर मंदिर में जाकर राधा और कृष्ण की मूर्तियों को देखना चाहिए। पूजा में तिलक, चंदन, फूल, धूप, दीप, और प्रसाद का अर्चना किया जाता है।
भजन-कीर्तन: भक्त भजन और कीर्तन करके भगवान की महिमा गाते हैं और उनके गुणगान करते हैं।
दान: इस दिन गरीबों को दान देना भी अच्छा होता है, जैसे कि अनाज, कपड़े, या आवश्यक आवश्यकताओं की चीजें।राधा अष्टमी का व्रत भक्ति और प्रेम की भावना को बढ़ावा देता है और भगवान के प्रति श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक होता है।
Radha Asthami 2024:- राधा अष्टमी मंत्र!!
राधा अष्टमी के दिन, राधा गायत्री मंत्र का जाप करना विशेष महत्वपूर्ण है।
राधा अष्टमी के लिए राधा गायत्री मंत्र है –
ॐ वृषभानुज्यै विद्महे।
कृष्णप्रियायै धीमहि।
तन्नो राधा प्रचोदयात।।
Radha Asthami 2024:- राधा अष्टमी व्रत में क्या खाना चाहिए?
राधा अष्टमी व्रत में सात्विक और शुद्ध आहार का पालन करना चाहिए। यहां कुछ खास आहार की सुझाव दिए गए हैं:
- फल और फलों की मिठाई: राधा अष्टमी पर व्रत करने वाले फल और फलों की मिठाई खा सकते हैं, जैसे कि केला, सेब, अंगूर, और खजूर।
- नींबू पानी: नींबू पानी पीना व्रती लोगों के लिए फायदेमंद होता है, क्योंकि यह शुद्ध और सात्विक होता है।
- दूध और दूध से बनी चीजें: दूध, दही, पनीर, और मिठाईयों में दूध का उपयोग कर सकते हैं।
- शाकाहारी भोजन: व्रती भोजन में शाकाहारी आहार जैसे कि साबुदाना, कट्टू, अररोट, फली, और सब्जियाँ शामिल कर सकते हैं।
- राधा अष्टमी व्रत में तमाम आहार को सात्विकता और शुद्धता के साथ तैयार करना चाहिए और अनाना खाने से बचना चाहिए। व्रत के दौरान भगवान के प्रति भक्ति और समर्पण की भावना के साथ आहार का सेवन करना चाहिए।
Radha Asthami 2024:- समापन!!
राधा अष्टमी 2024 का आयोजन महत्वपूर्ण है, जहाँ हम इस पावन तिथि की महत्वपूर्ण जानकारियों को समझते हैं। इस साल की राधा अष्टमी तिथि, पौराणिक मान्यताओं और धार्मिक उपासना के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है। हमने इसकी पूजा विधि और शुभ मुहूर्त को समझा और जानकारी प्राप्त की है। इस दिन श्रद्धा भक्ति से इस पर्व को मनाने का मौका है और राधा-कृष्ण की आराधना करने से सुख, समृद्धि, और मानसिक शांति मिल सकती है। इसलिए, हमें इस महत्वपूर्ण तिथि का मान्य करके इसका योगदान करना चाहिए।