Kamika Ekadashi 2024: कामिका एकादशी 2024 कब है? कैसे करें पूजा,क्या है शुभ मुहूर्त,क्या है कामिका एकादशी की कथा?

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Kamika Ekadashi 2024: कामिका एकादशी 2024 कब है? कैसे करें पूजा,क्या है शुभ मुहूर्त,क्या है कामिका एकादशी की कथा?

Kamika Ekadashi 2024: कामिका एकादशी का शुभ मुहूर्त!!

कामिका एकादशी 2024

बुधवार, 31 जुलाई 2024

एकादशी तिथि प्रारंभ: 30 जुलाई 2024 को शाम 04:44 बजे

एकादशी तिथि समाप्त: 31 जुलाई 2024 को दोपहर 03:55 बजे

Kamika Ekadashi 2024: कामिका एकादशी के रिवाज!!

इस दिन लोग सुबह जल्दी स्नान करते हैं और फिर भगवान विष्णु से प्रार्थना करते हैं। इस दिन भगवान विष्णु का पंचामृत अभिषेक किया जाता है। रंग-बिरंगे और सुगंधित फूलों से भी उनकी पूजा की जाती है। तुलसी के पत्तों से भगवान विष्णु की पूजा करना सबसे शुभ कर्म माना जाता है। भगवान विष्णु को फल, दूध और तिल का भोग लगाया जाता है। इस दिन लोग व्रत रखते हैं, दीपदान करते हैं और ब्राह्मणों को कपड़े और पैसे दान करते हैं। वे एकादशी की रात को जागरण करते हैं और अपना समय भजन गाने और पवित्र ग्रंथों को पढ़ने में बिताते हैं। द्वादशी को , जो कि एकादशी का अगला दिन है, लोग अपना उपवास तोड़ते हैं।

इस दिन विभिन्न तीर्थस्थलों के दर्शन और तीर्थों में स्नान करने का भी विधान है। यह भगवान विष्णु के मंदिरों में एक महत्वपूर्ण दिन है। यहां पूरे दिन अभिषेक, पूजा, आरती और भजन होते रहते हैं। इन मंदिरों में गाय के घी का उपयोग करके दीपक जलाए जाते हैं और भगवान विष्णु को विभिन्न प्रकार का भोग लगाया जाता है।

कामिका एकादशी का व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्व है। इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु की पूजा करने वाले व्यक्ति को अत्यधिक आशीर्वाद मिलता है और उसकी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस पूजा से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। यह स्वयं को सभी सांसारिक इच्छाओं से मुक्त करता है और मोक्ष या मुक्ति प्राप्त करने में मदद करता है।

तुलसी के पत्तों से भगवान विष्णु की पूजा करने से व्यक्ति के सभी रोग और पाप नष्ट हो जाते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति इस दिन व्रत और जागरण करता है, उसे कभी मृत्यु के देवता यमराज का क्रोध नहीं झेलना पड़ता।

Kamika Ekadashi 2024: कामिका एकादशी के पूजा विधान!!

एकादशी के व्रत में व्रती व्यक्ति प्रातः स्नानादि करके भगवान विष्णु की प्रतिमा को सबसे पहले गंगलजल से स्नान कराना चाहिए। उसके बाद पंचामृत से स्नान करायें। पंचामृत बनाने के लिए दूध, दही, घी, शहद और शक्कर का उपयोग करना चाहिए। स्नान कराने के बाद भगवान को गंध, अच्छत इंद्र जौ का प्रयोग करे और पुष्प चढ़ायें।

नैवेधय का भोग लगाये। इसमें भगवान श्रीधर को मक्खन मिश्री और तुलसी दल अवश्य ही चढ़ाएं और अन्त में श्रमा याचन करते हुए भगवान को नमस्कार करें। विष्णु सहस्त्र नाम पाठ का जाप अवश्य करना चाहिए। धूप, दीप, चंदन आदि सुगंधित पदार्थो से भगवान श्रीविष्णु की पूजा व आरती उतारें और कामिका एकादशी की कथा सुनें।

Kamika Ekadashi 2024: कामिका एकादशी की कथा!!

एक गांव में एक वीर श्रत्रिय रहता था। एक दिन किसी कारण वश उसकी ब्राहमण से हाथापाई हो गई और ब्राहमण की मृत्य हो गई। अपने हाथों मरे गये ब्राहमण की क्रिया उस श्रत्रिय ने करनी चाही। परन्तु पंडितों ने उसे क्रिया में शामिल होने से मना कर दिया। ब्राहमणों ने बताया कि तुम पर ब्रहम हत्या का दोष है। पहले प्रायश्चित कर इस पाप से मुक्त हो तब हम तुम्हारे घर भोजन करेंगे।

 

इस पर श्रत्रिय ने पूछा कि इस पाप से मुक्त होने के क्या उपाय है। तब ब्राहमणों ने बताया कि श्रावण माह के कृष्ण पश्र की एकादशी को भक्तिभाव से भगवान श्रीधर का व्रत एवं पूजन कर ब्राहमणों को भोजन कराके सदश्रिणा के साथ आशीर्वाद प्राप्त करने से इस पाप से मुक्ति मिलेगी। पंडितों के बताये हुए तरीके पर व्रत कराने वाली रात में भगवान श्रीधर ने श्रत्रिय को दर्शन देकर कहा कि तुम्हें ब्रहम हत्या के पाप से मुक्ति मिल गई है।

Kamika Ekadashi 2024: कामिका एकादशी के अचूक उपाय!!

  1. परिवार के सदस्यों के बीच अगर कोई अनबन चल रही है तो पूजा के समय दक्षिणावर्ती शंख में जल भरकर भगवान विष्णु को अर्पित करें. पूजा के बाद इस जल को परिवार के सब सदस्यों में प्रसाद के रूप में बांट दें.
  2. आर्थिक उन्नति के लिए तुलसी के पौधे के सामने घी का दीपक जलाएं और ऊँ नमो भगवते नारायणाय’ बोलते हुए 11 बार तुलसी के पौधे को प्रणाम करें. लाभ होगा.
  3. घर में धन की कमी हो रही है तो एक पीले कपड़े में दो हल्दी की गांठ,चांदी या साधारण एक रूपये का सिक्का और पीले रंग की कौड़ी रखें. इस कपड़े की पोटली बना लें. इस पोटली को भगवान का आशीर्वाद लेकर अपने धन रखने वाले स्थान पर रख दें.धन में बढ़ोतरी होगी.
  4. मनोवांछ‍ित कामनाओं की पूर्ति के लिय कामिका एकादशी के दिन श्रीहर‍ि का दूध में केसर मिलाकर अभिषेक करें. ऐसा करने से वह शीघ्र ही प्रसन्‍न होते हैं.
  5. अगर करियर में प्रगति चाहते हैं प्रगति तो एक पीपल के पत्ते पर हल्दी से स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और उसे भगवान के चरणों में ‘ऊँ नमो भगवते नारायणाय’ कहते हुए अर्पित करें. इसके बाद पीले रंग की मिठाई या केले का भोग लगाएं.
  6. कामिका एकादशी के दिन श्री सूक्‍त का पाठ जरूर करें. मान्‍यता है इसके पाठ से लक्ष्‍मी माता जल्दी प्रसन्न होती हैं.
  7. घर-पर‍िवार में सुख-समृद्धि की कमी ना रहे इसके लिए कामिका एकादशी के दिन कन्‍हैयाजी को बांसुरी जरूर भेंट करें.
  8. जीवन में कष्टतो से मुक्ति पाने के लिए कामिका एकादशी के दिन व‍िष्‍णु चालीसा का पाठ करें और भूखे लोगों को यथाशक्ति भोजन कराकर दान-दक्षिणा दें. इससे जीवन में व्‍याप्‍त कष्‍ट धीरे-धीरे दूर होने लगते हैं.
  9. काम‍िका एकादशी के द‍िन भगवान व‍िष्‍णु को भोग में पीले रंग की ही चीजें अर्पित करें.मान्‍यता है क‍ि ऐसा करने से भगवान व‍िष्‍णु अत्‍यंत प्रसन्‍न होते हैं और कुंडली में अगर गुरु दोष हो तो वह भी दूर होता है.
  10. पूर्वजों का आशीर्वाद आप पर बना रहे इसके लिए काम‍िका एकादशी के द‍िन गीता का पाठ जरूर करें, इससे प‍ितर प्रसन्‍न होगें.
  11. अगर धन लाभ नहीं हो पा रहा है, तो पीले रंग के रेशमी कपड़े में सात हल्दी की गांठें बांधकर केले के पेड़ के नीचे रख रख दें.कुछ दिनों में परिणाम नजर आने लगेंगे.
  12. कर्ज से पाना चाहते हैं मुक्ति तो पीपल के वृक्ष पर 11 बार कच्चा सूत लपेटते हुए परिक्रमा करें.परिक्रमा पूरी होने के बाद पीपल की जड़ में जल अर्पित करें और हाथ जोड़कर कर्ज से जल्दी मुक्ति पाने के लिये प्रार्थना करें.
  13. दांपत्य जीवन को सुखमय बनाने के लिए भगवान विष्णु और तुलसी के पौधे की विधि-पूर्वक पूजा करें और भगवान को इलायची का जोड़ा अर्पित करें. पूजा करने के बाद इलायची पति पत्नी दोनों लोग इलायची को खा लें.

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