Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज 2024 कब है? कैसे करें पूजा,क्या है शुभ मुहूर्त,क्या है सनातन धर्म के हरियाली तीज का महत्व!!
Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज का शुभ मुहूर्त!!
इस साल हरियाली तीज की तिथि 18 अगस्त 2023 को रात 8 बजकर 02 मिनट से शुरू है. यह तिथि 19 अगस्त 2023 की रात 10:19 बजे तक रहेगी. महिलाएं 19 अगस्त के दिन हरियाली तीज का व्रत रखेंगी. हरियाली तीज पूजा के लिए शुभ मुहूर्त सुबह 7:47 बजे से लेकर सुबह 9:22 तक रहेगा.
Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज का सनातन धर्म में महत्व!!
श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को हरियाली तीज या श्रावणी तीज कहा जाता है। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार, यह त्यौहार जुलाई या अगस्त के महीने में आता है।
तीज त्यौहार महिलाओं और उनकी संतान पैदा करने की भावना की याद दिलाता है। जैसे ही मानसून का मौसम शुरू होता है, धरती माता चारों ओर हरे रंग की पत्तियों और सुगंधित वनस्पतियों से ढक जाती है, महिलाएं अपने प्रचुर जीवन के उत्साह और जश्न के लिए नृत्य करती हैं और झूलती हैं।
यह दिन पूरे देश में सांस्कृतिक मेलों और देवी पार्वती के जुलूसों का आयोजन करके मनाया जाता है, जब वह शहर से होकर अपने भक्तों को आशीर्वाद देती हैं।
विवाहित महिलाओं के जीवन में इस त्योहार का विशेष महत्व है, क्योंकि यह त्योहार आपसी प्रेम और स्नेह की उर्वरता, सुंदरता और आकर्षण का प्रतिनिधित्व करता है, जैसा कि भगवान शिव और देवी पार्वती के वैवाहिक बंधन में परिकल्पना की गई है।
Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज से जुड़ी परंपराएं!!
सभी नवविवाहित महिलाओं के लिए सावन तीज अत्यंत महत्व रखती है। हरियाली तीज की पूर्व संध्या पर, उन्हें उत्साह और उमंग के साथ त्योहार मनाने के लिए अपने माता-पिता के घर वापस बुलाया जाता है!
1.हरियाली तीज से एक दिन पहले ‘सिंजारा’ मनाया जाता है। इस दिन की शुरुआत ससुराल वालों द्वारा अपनी बहू को कपड़े, गहने, सौंदर्य प्रसाधन, मेहंदी और मिठाइयाँ उपहार देने से होती है।
- यह दिन लड़कियों की हथेलियों पर मेहंदी लगाने को भी महत्व देता है। हथेलियों पर मेंहदी के जटिल पैटर्न और डिज़ाइन उनके चेहरे पर खुशी लाते हैं। पैरों पर लाल रंग का तरल पदार्थ (अल्टा) लगाना पवित्र विवाह बंधन का प्रतीक है।
3.हरियाली तीज पर महिलाएं अपनी सास के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लेती हैं और बदले में उन्हें उपहार देती हैं। यदि किसी कारण से सास मौजूद नहीं है तो पति की ओर से सबसे बड़ी भाभी या किसी अन्य बुजुर्ग महिला के साथ भी यह अनुष्ठान किया जा सकता है।
- महिलाएं देवी पार्वती की पूजा करने के लिए सुंदर कपड़े और आभूषण पहनकर अच्छे से तैयार होती हैं।
- वे हरे-भरे मैदानों में झूला झूलकर और खेलकर, प्रकृति के उपहारों का आनंद लेते हुए इस त्योहार का आनंद लेते हैं। लोक गीत गाए जाते हैं और महिलाएँ उसकी धुन पर नाचती हुई घूमती हैं।
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Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज पूजन विधि!!शिव पुराण के अनुसार, हरियाली तीज के दिन हम भगवान शिव और देवी पार्वती के पुनर्मिलन का जश्न मनाते हैं। महिलाएं अपने वैवाहिक जीवन में अधिकतम लाभ पाने के लिए महादेव और मां पार्वती की स्तुति करती हैं।
- इस दिन अपने घर को साफ-सुथरा रखें और इसे उत्सवी लुक देने के लिए सजावटी फूलों से सजाएं। एक मिट्टी की वेदी बनाएं और उस पर भगवान शिव, शिवलिंग, भगवान गणेश, देवी पार्वती और उनकी सहेलियों की मूर्तियां रखें।
- इसके बाद देवताओं के निमित्त सोलह चरणों वाला अनुष्ठान ‘षोडश उपचार’ करें।
- हरियाली तीज का पूजन पूरी रात चलता है और इस दौरान महिलाएं रात्रि जागरण करती हैं और भक्ति संगीत और मंत्रोच्चार में व्यस्त रहती हैं।
हरियाली तीज पर तीन चीजों से बचना चाहिए
श्रावणी तीज के दिन महिलाओं को जीवन में ये तीन काम न करने का संकल्प लेना चाहिए। तीन चीजें हैं:अपने पति को धोखा देना
- सीधे झूठ बोलना और दुर्व्यवहार करना
- दूसरों को अपमानित करने या उनके लिए समस्याएँ पैदा करने से बाज आना।
Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज: शास्त्रों के अनुसार!!
हिंदू धर्म एक अनोखा धर्म है जो किसी भी कहानी या कहानी को अपने असंख्य त्योहारों से जोड़ता है। देवी पार्वती और भगवान शिव के मेल-मिलाप के पवित्र अवसर पर मनाया जाने वाला यह त्योहार दिव्य जोड़े के बीच प्रेम और दोनों के बीच मौजूद उपजाऊ बंधन का जश्न मनाता है। कथा के अनुसार, देवी पार्वती ने भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए कठोर तपस्या की। 108 वर्षों की इस कठोर तपस्या के बाद, देवी पार्वती भगवान शिव को अपने पति के रूप में पाने में सफल रहीं।
ऐसा कहा जाता है कि श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को भगवान शिव ने मां पार्वती को अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया था। उस शुभ दिन के बाद से, दिव्यता ने उस दिन को विवाहित महिलाओं के लिए एक पवित्र दिन का आशीर्वाद दिया है।
इसके कारण, खुशहाल और समृद्ध वैवाहिक जीवन की आशा में विवाहित जोड़े के जीवन में हरियाली तीज का दिन विशेष महत्व रखता है!
Hariyali Teej 2024: हरियाली तीज के अचूक उपाय!!
वैवाहिक जीवन में मधुरता के लिये उपाय
अगर पति-पत्नी में अक्सर लड़ाई-झगड़े होते रहते हो, आपस में नही बनती हो और वैवाहिक जीवन में तनाव हो तो, हरियाली तीज के दिन पत्नी भगवान शिव के मंदिर में जाकर भगवान शिव को दूध चढ़ायें, फिर बेल-पत्र और अबीर गुलाल चढ़ायें। साथ ही माँ पार्वती को चांदी के सिंदूरदान से सिंदूर चढ़ायें। फिर सच्चे मन और श्रद्धा से भगवान शिव और माता पार्वती से सुखी वैवाहिक जीवन के लिये प्रार्थना करें। जिस चांदी के सिंदूरदान से माता पार्वती को सिंदूर अर्पित किया था उस बचे हुए सिंदूर को स्वयं प्रतिदिन लगायें। भगवान शिव और माता पार्वती के आशीर्वाद से आपके वैवाहिक जीवन में आ रही समस्याएँ समाप्त हो जायेंगी। पति-पत्नी में प्रेम बढ़ेगा और वैवाहिक जीवन में मधुरता आयेगी।
पति के उत्तम स्वास्थ्य के लिये उपाय
यदि किसी महिला का पति अक्सर बीमार रहता हो या किसी रोग से पीड़ित हो तो उस स्त्री को अपने पति की कुशलता के लिये यह उपाय करना चाहिये।
हरियाली तीज के दिन संध्या के समय शिवालय में जाकर पंचामृत से शिवलिंग का अभिषेक करें, फिर उसके बाद शिवलिंग पर जल चढ़ायें। फिर हाथ जोड़कर भगवान शिव से अपने पति के उत्त्म स्वास्थ्य और रोगमुक्ति के लिये प्रार्थना करें। ऐसा करने से भगवान शिव की कृपा से आपके जीवनसाथी को आरोग्य प्राप्त होगा और उसकी आयु लम्बी होगी।
पति-पत्नी का एकसाथ रहने के लिये उपाय
कई बार ऐसा होता है किसी कारणवश पति-पत्नी चाहकर भी एकसाथ नही रह पाते और एक दूसरे से दूर रहने के लिये विवश होते है। ऐसी स्थिति में उनको यह उपाय अवश्य करना चाहिये।
हरियाली तीज के दिन पूजा की सामग्री के साथ एक लाल और पीला वस्त्र लेकर पत्नी को शिवालय जाकर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा करनी चाहिये। माता पार्वती को लाल वस्त्र चढ़ायें और भगवान शिव को पीला वस्त्र चढ़ायें। इसके बाद उसमें गांठ लगाकर उसे अपने पास रखें। इसके बाद हाथ जोड़कर माता पार्वती और भगवान शिव से पत्नी अपने पति का साथ मांगे। उनसे एकसाथ रहने की कामना करें। इससे जल्द ही आपकी एक दूसरे के साथ रहने की मनोकामना पूर्ण होगी।
मनपसंद जीवनसाथी पाने के लिये उपाय
यदि कोई अविवाहित लड़की एक योग्य और मनपसंद जीवनसाथी की कामना के साथ हरियाली तीज के दिन हाथों में चुड़ियाँ पहनकर और मेंहदी लगाकर संध्या के समय मंदिर जाकर भगवान शिव और माँ पार्वती की विधि विधान से पूजा करें। पूजन में श्रृंगार की वस्तुयें मां पार्वती को अर्पित करें। फिर पूजा विधि पूर्ण करने के बाद किसी सुहागन स्त्री को श्रृंगार की वस्तुयें दान करें। तो उसे योग्य और मनपसंद जीवनसाथी प्राप्त होगा।
पति-पत्नी में आपसी प्रेम बढ़ाने का उपाय
पति-पत्नी के बीच के मनमुटाव या तनाव को खत्म करके उनमें आपसी प्रेम बढ़ाने का बहुत आसान उपाय है।
पत्नी को हरियाली तीज के दिन खीर (दूध और चावल की) बनाकर भगवान शिव और माता पार्वती को भोग लगानी चाहिए। फिर उस खीर के प्रसाद को पति को खिलायें और स्वयं खायें।
इस उपाय को करने से पति-पत्नी के आपसी प्रेम में बढ़ोत्तरी होगी और उनके बीच का तनाव भी समाप्त होगा।