Ganesh Visarjan 2025:- गणेश पूजा विसर्जन 2025 मुहूर्त समय
श्रद्धालु आराध्य भगवान गणेश को अपने घर में कुछ दिनों के लिए भी लाते हैं और फिर वे गणेश चतुर्थी के दिनों में गणपति बप्पा के विसर्जन की प्रक्रिया पूरी करते हैं। नीचे गणपति विसर्जन या गणेश चतुर्थी विसर्जन 2025 के मुहूर्त की जानकारी दी गई है।
Ganesh Visarjan 2025:- अनंत चतुर्दशी के दिन गणपति विसर्जन:
अनंत चतुर्दशी पर गणेश विसर्जन: शनिवार, सितम्बर 6, 2025
प्रातः मुहूर्त (शुभ) – 07:57 ए एम से 09:31 ए एम
अपराह्न मुहूर्त (चर, लाभ, अमृत) – 12:38 पी एम से 05:19 पी एम
सायाह्न मुहूर्त (लाभ) – 06:52 पी एम से 08:19 पी एम
रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत, चर) – 09:45 पी एम से 02:04 ए एम, सितम्बर 07
उषाकाल मुहूर्त (लाभ) – 04:57 ए एम से 06:24 ए एम, सितम्बर 07
चतुर्दशी तिथि प्रारम्भ – सितम्बर 06, 2025 को 03:12 ए एम बजे
चतुर्दशी तिथि समाप्त – सितम्बर 07, 2025 को 01:41 ए एम बजे
Ganesh Visarjan 2025:- गणेश विसर्जन विधि
गणेश विसर्जन करने से पहले पूरे परिवार के साथ गणेश पूजन करें। इस दौरान उन्हें मोदक का भोग लगाएं। इसके बाद लड्डू, फल और अन्य खाने की चीजें अर्पित करें। इस दौरान उन्हें 56 भोग अर्पित करना न भूलें।
फिर परिवार के साथ मिलकर गौरी पुत्र गणेश की आरती करें। इसके बाद घर के खुले स्थान पर एक बड़े बर्तन में साफ पानी भरें। इस पानी की मात्रा बप्पा की मूर्ति के अनुसार निर्धारित करें।
पानी में सबसे पहले गंगाजल डालें। इस दौरान भगवान गणेश के मंत्रों का जप करते रहें। फिर बप्पा की मूर्ति को जयकारा लगाते हुए उठाएं और जिस बर्तन में पानी है, उसमें धीरे-धीरे उनकी मूर्ति को डालें।
धीरे-धीरे जब गणपति बप्पा की प्रतिमा विसर्जित हो जाएगी, तब इस पानी को आप पीपल के पेड़ के नीचे या गमले में डाल सकते हैं। इस दौरान पूजा में उपयोग हुई सामग्रियों को गणेश जी की प्रतिमा के साथ ही विसर्जित कर दें।
Ganesh Visarjan 2025:- गणपति विसर्जन का महत्व क्या है?
गणेश विसर्जन के माध्यम से, यह माना जाता है कि भगवान गणेश अपने माता-पिता भगवान शिव और देवी पार्वती के साथ कैलाश पर्वत पर वापस जाते हैं। इस दिन, भक्त भगवान की आध्यात्मिक और दिव्य उपस्थिति के लिए अपनी श्रद्धा अर्पित करते हैं। यह गणेशजी की यात्रा को ‘अकार’ से ‘निराकार’ तक मनाता है। हिंदू धर्म में, यह एकमात्र त्योहार है जो सर्वशक्तिमान के दोनों रूपों – भौतिक रूप के साथ-साथ आध्यात्मिक रूप (निराकार) पर भी श्रद्धा व्यक्त करता है।
यह उत्सव जन्म, जीवन और मृत्यु के चक्र के महत्व को दर्शाता है और इस तथ्य पर जोर देता है कि जीवन में सब कुछ क्षणिक है। गणपति जी को अच्छी शुरुआत का देवता माना जाता है और माना जाता है कि वह विसर्जन के समय घर और परिवार की सभी बाधाओं को अपने साथ ले जाते हैं। यह शायद सबसे प्रमुख त्योहारों में से एक है जिसका समाज के हर वर्ग को बेसब्री से इंतजार रहता है।
Ganesh Visarjan 2025:- गणेश विसर्जन के दिन करें ये गणेश जी के उपाय
परीक्षा में सफल होने के लिए :
अगर आप लगातार किसी परीक्षा या इंटरव्यू में असफल हो रहे हैं तो कच्चे सूत में सात गांठ लगाकर जय गणेश काटो क्लेश मंत्र का जाप करें और उस सूत को अपने पर्स अथवा जेब में रखें, आपको कामयाबी मिल जाएगी.
इच्छापूर्ति के लिए :
यदि आपकी कोई इच्छा है जो काफी समय से पूरी नहीं हो रही है, तब आप गणेश विसर्जन से पहले विघ्नहर्ता का जल से अभिषेक कर उन्हें मोदक का भोग लगाकर अपनी इच्छा उन्हें बताएं. ऐसा करने आपका काम हो जाएगा.
दूर हो जाएगी समस्या :
यदि आप किसी समस्या या घरेलू पीड़ा से परेशान हैं और अपनी समस्या किसी से कह भी नहीं पाते तो हाथी को हरा चारा खिलाकर विघ्नहर्ता का ध्यान करते हुए अपनी समस्या कहकर प्रार्थना करने से आपकी समस्या का समाधान हो जाएगा.
आर्थिक सम्पन्नता के लिए:
अगर आप आर्थिक तंगी से परेशान हैं और धन प्राप्ति करना चाहते हैं तो गणेश विसर्जन वाले दिन स्नान ध्यान के पश्चात गाय को शुद्ध घी व गुड़ खिलाएं,आपकी धन सम्बंधित समस्या जल्द समाप्त होगी.
गुस्से पर कंट्रोल के लिए:
आपको अक्सर छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आता है तो अनंत चतुर्दशी से आप लाल रंग का फूल सात दिनों तक भगवान गणेश को चढ़ाएं,आपका क्रोध खत्म हो जाएगा.