क्या होता है बजरंग बाण? कब और कैसे किया जा सकता है बजरंग बाण का पाठ जाने इससे जुड़ी सावधानियां!!

bajrang baan

बजरंग बाण का पाठ कैसे करना चाहिए:-

बजरंग बाण का पाठ करने से सबसे पहले भगवान गणेश के नाम और मंत्रों का मन में उच्चारण करें फिर इसके बाद प्रभु राम और माता सीता का ध्यान करें. – प्रभु राम का जाप करने के बाद हनुमान जी का स्मरण करते हुए अपनी मनोकामनों को पूरा करने की बात करते हुए बजरंग बाण का पाठ करने का संकल्प लें। – बजरंग बाण का पाठ करने के बाद हनुमान चालीसा का पाठ अवश्य करें. – बजरंग बाण का पाठ सूर्योदय के समय करना करना ज्यादा लाभदायक होता है. – बजरंग बाण का पाठ करने के लिए कुश से बने आसन पर बैठकर करना चाहिए. – बजरंग बाण के पाठ के साथ हनुमान जी को धूप, दीप, फूल और सिंदूर लगाकर पूजा-अर्चना करें. – बजरंग बाण के पाठ में शब्दों का उच्चारण सही ढ़ग से करना चाहिए. – हनुमान जी भोग में तुलसी दल, लडूडू, पान के पत्ते और मौसमी फल जरूर चढ़ाएं.

बजरंग बाण पाठ के दौरान ना करें ये गलतियां

बजरंग बाण का पाठ किसी भी दिन नहीं शुरू करना चाहिए. इसका पाठ मंगलवार के दिन से ही शुरू किया जाना चाहिए. मनोकामना की पूर्ति के लिए बजरंग बाण का पाठ अधूरा नहीं छोड़ना चाहिए. मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए कम से कम 41 दिनों तक इसका पाठ जरूर करें. इस पाठ के दौरान कपड़ों का विशेष ध्यान रखें.  पाठ के समय लाल रंग के कपड़े धारण करें और ब्रह्मचर्य का पालन जरूर करें. जितने दिन भी बजरंग बाण पाठ का संकल्प लें, उतने दिन नशे या मांसाहार के सेवन से दूर रहें.

बजरंग बाण सिद्ध करने की विधि

बजरंग बाण का पाठ करने से बड़ी से बड़ी समस्या का समाधान हो जाता है. हालांकि बजरंग बाण को सिद्ध करने की विधि का प्रयोग किया जाए तो इससे तत्काल ही लाभ प्राप्त किया जा सकता है. बजरंग बाण सिद्धि के लिए मंगलवार की मध्यरात्रि को सबसे पहले पूर्व दिशा में एक चौकी स्थापित करें. अब उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछा दें और एक कागज पर “ऊं हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट्” मंत्र लिख कर उसे की पर रख दें.

अब चौकी की दायीं तरफ घी का दिया जलाएं और कुश के आसन पर बैठकर करीब पांच बार बजरंग बाण का पाठ करें. इसके बाद कागज पर लिखे मंत्र को उठाकर घर में बने मंदिर में रख दें और रोज उसकी पूजा करें. माना जाता है कि ऐसा करने से मनोकामना जल्द ही पूरी होती है.

क्या हैं बजरंग बाण कि शक्ति :

  • रक्षा शक्ति: बजरंग बाण भक्त को दुर्भाग्य, बुरी नज़र, और किसी भी प्रकार की अशुभता से रक्षा करता है.
  • आत्म-संयम और संयम: इस मंत्र का पाठ करने से भक्त को आत्म-संयम और संयम की प्राप्ति होती है, जिससे उसके मन में शांति और स्थिरता आती है.
  • आत्मविश्वास और सफलता: बजरंग बाण के पाठ से भक्त का आत्मविश्वास बढ़ता है और उसे सफलता की ओर अग्रसर होने में मदद मिलती है.
  • शक्ति और ऊर्जा: बजरंग बाण के पाठ से भक्त को अत्यधिक ऊर्जा और शक्ति प्राप्त होती है जो उसे दुर्गति से बचाने में मदद करती है.

बजरंग बाण रोज़ पाठ करने के फायदें:

बजरंग बाण का रोजाना पाठ करने से कई लोग मान्यता समझते हैं कि यह शुभ फल प्राप्त होता है और कई समस्याओं से रक्षा मिलती है. बजरंग बाण को पढ़ने से श्रद्धालुओं को माना जाता है कि यह उन्हें राहुकाल के दोषों से मुक्ति दिलाता है और उनके जीवन को संतुलित बनाता है. इसके अलावा, बजरंग बाण के पाठ से भय, आतंक, बुरी नजर, बुरी शक्तियों और रोगों से रक्षा मिलने की भी आशा की जाती है. यह भक्ति और आध्यात्मिकता के अनुसार इसका प्रयोग किया जाता है. हालांकि, इसका वैज्ञानिक रूप से कोई सिद्धांत नहीं है जो इसे स्वीकार करे.

  1. आत्मशुद्धि और शक्ति: बजरंग बाण का पाठ करने से मानव मन और शरीर में आत्मशुद्धि होती है और उसे अधिक ऊर्जा और शक्ति प्राप्त होती है.
  2. रोग निवारण: बजरंग बाण का पाठ करने से रोगों का निवारण होता है और शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य में सुधार होता है.
  3. भयमुक्ति: बजरंग बाण का पाठ करने से भय और अंधविश्वास से मुक्ति मिलती है और व्यक्ति का आत्मविश्वास और साहस बढ़ता है.
  4. कल्याण और सुरक्षा: इस पाठ से व्यक्ति का कल्याण होता है और उसे सुरक्षा की प्राप्ति होती है, जो उसे भगवान हनुमान की कृपा से प्राप्त होती है.
  5. भक्ति और आध्यात्मिक उन्नति: बजरंग बाण का पाठ करने से व्यक्ति की भक्ति बढ़ती है और वह आध्यात्मिक उन्नति की ओर बढ़ता है.

इन सभी कारणों से बजरंग बाण का रोज़ पाठ करने से व्यक्ति को शारीरिक, मानसिक, और आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं.

बजरंग बाण का पाठ करने से इन परेशानियों से मिलती है मुक्ति

बजरंग बाण का नियमित रूप से पाठ करने पर विवाह में आने वाली बाधाएं दूर हो जाती हैं. कुंडली में मौजूद अशुभ ग्रहों के दोष को दूर करने के लिए बजरंग बाण का पाठ करना लाभदायी होता है. ग्रह दोषों से मुक्ति के लिए ज्योतिषी बजरंग बाण के पाठ करने की सलाह देते हैं. – अगर किसी व्यक्ति को कोई गंभीर बीमारी से ग्रस्त हो तो इससे निजात पाने के लिए बजरंग बाण का पाठ करना शुभ माना जाता है. – करियर में सफलता पाने के लिए और कार्यक्षेत्र में किसी समस्या का सामना करने पर इसे दूर करने के लिए बजरंग बाण का पाठ करना चाहिए. – घर में किसी प्रकार का वास्तुदोष होने पर बजरंग बाण का पाठ करना अचूक ऊपाय है. जिन घरों में बजरंग बाण और हनुमान चालीसा का पाठ होता है वहां पर नकारात्मक ऊर्जाएं नहीं रहती है. – कुंडली में मांगलिक दोष और शनि दोष से छुटकारा पाने के लिए बजरंग बाण का पाठ करना बहुत ही कारगर उपाय होता है. – जीवन में अगर लगातार कोई न कोई परेशानी बनी रहती है तो नियमित रूप से बजरंग बाण का पाठ करना फलदायी माना जाता है.

इन स्थितियों में ना करें बजरंग बाण का पाठ

बजरंग बली को शुभ फलदायी देवता माना जाता है। आप मनोकामना पूर्ण करने के लिए बजरंग बाण का तो ज़रूर कर सकते हैं लेकिन कुछ ऐसी भी स्थितियाँ होती हैं जिसके अंतर्गत आपको इसका पाठ नहीं करना चाहिए।

  • किसी को नीचे दिखाने की मनोकामना के साथ कभी ना करें बजरंग बाण का पाठ।
  • किसी भी अनैतिक कार्य को सिद्ध करने या विवाद की स्थिति में विजय पाने के लिए इसका पाठ ना करें।
  • दैनिक जीवन में आने वाली सामान्य बाधा से मुक्ति पाने की स्थिति में।
  • बिना प्रयास के ही किसी कार्य को सिद्ध करने के लिए बजरंग बाण का पाठ ना करें।
  • धन, ऐश्वर्य या किसी भी भौतिक इच्छा की पूर्ति के लिए इसका पाठ ना करें।
  • किसी को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से बजरंग बाण का पाठ कदापि ना करें।

बजरंग बाण पाठ के दौरान ना करें ये गलतियाँ

  • बजरंग बाण का पाठ किसी भी दिन शुरू ना करें बल्कि खासतौर से मंगलवार के दिन ही इसका पाठ शुरू किया जाना चाहिए।
  • किसी मनोकामना की पूर्ति के लिए बजरंग बाण का पाठ कर रहे हैं तो कम से कम 41 दिनों तक इसका पाठ ज़रूर करें।
  • बजरंग बाण पाठ के दौरान सभी नियमों का पालन ज़रूर करें।
  • इस पाठ के दौरान विशेष रूप से लाल रंग के कपड़े धारण करें और ब्रह्मचर्य का पालन ज़रूर करें।
  • जितने दिन भी बजरंग बाण पाठ का संकल्प लें, उस दौरान किसी प्रकार का नशा या मांसाहार का सेवन ना करें।

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