Dhanteras 2023: हिंदू धर्म में दिवाली या दीपावली एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस त्योहार की शुरुआत धनतेरस से होती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की तेरहवीं या त्रयोदशी तिथि को धनतेरस मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन ही भगवान धन्वंतरि पृथ्वी पर समुद्र मंथन के दौरान प्रकट हुए थे।
Dhanteras 2023: धनतेरस कब है?
पंचांग के अनुसार, इस साल धनतेरस 23 अक्टूबर 2023 को है। धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर की पूजा की जाती है। साथ ही इस दिन सोना, चांदी या बर्तन आदि खरीदना बेहद शुभ माना जाता है।
धनतरेस 2023 शुभ मुहूर्त
कार्तिक माह में कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि का प्रारंभ – 22 अक्टूबर 2023, शाम 6 बजकर 02 मिनट से
त्रयोदशी तिथि का समापन- 23 अक्टूबर 2023, शाम 6 बजकर 03 मिनट पर
इस दिन धन्वंतरि देव की पूजा का शुभ मुहूर्त – 23 अक्टूबर 2023 रविवार, 5 बजकर 44 मिनट से 06 बजकर 05 मिनट तक
Dhanteras 2023: धनतेरस का महत्व
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि इसी दिन अपने हाथों में अमृत का कलश लेकर प्रकट हुए थे। इसलिए इस दिन उनका पूजन किया जाता है। धनतेरस के दिन धन की देवी लक्ष्मी, धन कोषाध्यक्ष कुबेर और भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन विधि पूर्वक पूजा करने से घर में धन की कमी नहीं होती है। इस दिन बर्तन खरीदने की परंपरा है।
Dhanteras 2023: धनतेरस के दिन रखें इन बातों का रखें ध्यान
– मां लक्ष्मी और भगवान कुबेर को प्रसन्न करने के लिए धनतेरस के दिन पूजा के बाद रात को केसर या हल्दी से रंगे हुए 21 चावल के साबुत दाने लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या पैसे रखने वाली जगह पर रखना चाहिए। ऐसा करने से घर में पैसों की किल्लत कभी नहीं होती है। साथ ही घर में सुख-समृद्धि में वृद्धि होती है।
– धनतेरस के दिन भगवान कुबेर की पूजा की जाती है। उनकी दिशा उत्तर मानी गई है। ऐसे में धनतेरस के दिन नकदी या पैसा उत्तर दिशा की तरफ रखें। ऐसा करने से कुबेर का आशीर्वाद प्राप्त होता है और धन लाभ के योग बनते हैं।
– धनतेरस पर अगर मां लक्ष्मी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो बाजार से नई झाड़ू खरीदकर लाएं। धनतेरस पर नई झाड़ू घर पर लाना समृद्धि दायक माना जाता है। झाड़ू से साफ-सफाई होती है वहीं मां को स्वच्छ घर पर निवास करना पसंद है।
– धनतेरस के दिन घर पर तिजोरी या दुकान की तिजोरी या गल्ले पर मां लक्ष्मी की तस्वीर लगाना चाहिए। हालांकि इस दौरान एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि फोटो में मां लक्ष्मी कमल पर धनवर्षा की मुद्रा में बैठी हुई हों और दो हाथी सूंड उठाए नजर आ रहे हों।
– धनतेरस के दिन मां लक्ष्मी के श्री यंत्र को स्थापित करना चाहिए। इसकी दिवाली तक पूजा करें फिर घर या ऑफिस में उत्तर दिशा की तरफ रख दें या दीवार पर लगा दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
– धनतेरस पर खरीदारी करते समय 11 गोमती चक्र भी ले आएं। घर में लाने के बाद इन पर चंदन लगाकर लक्ष्मी पूजन करें। इसके बाद लक्ष्मी मंत्रों का जाप करें। इससे घर में हमेशा बरकत बनी रहेगी। साथ ही धन की कभी कमी नहीं होगी।
Dhanteras 2023: धनतेरस से जुड़ी पढ़ें ये पौराणिक कथा–
एक पौराणिक कथा के अनुसार, कार्तिक कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के दिन समुद्र मंथन से धन्वंतरि प्रकट हुए थे तो उनके हाथों में अमृत से भरा कलश था। भगवान धन्वंतरि कलश लेकर प्रकट हुए थे। कहते हैं कि तभी से धनतेरस मनाया जाने लगा। धनतेरस के दिन बर्तन खरीदने की भी परंपरा है। माना जाता है कि इससे सौभाग्य, वैभव और स्वास्थ्य लाभ होता है। धनतेरस के दिन धन के देवता कुबेर की विधि-विधान से पूजा की जाती है।
धनतेरस 2023 पूजा विधि
धनतेरस के दिन शाम के वक्त शुभ मुहूर्त में उत्तर की ओर कुबेर और धन्वंतरि की स्थापना करें।
मां लक्ष्मी व गणेश की भी प्रतिमा या तस्वीर स्थापित करें। फिर दीप प्रज्वलित करें और विधिवत पूजन करना आरंभ करें।
तिलक करने के बाद पुष्प, फल आदि चीजें अर्पित करें।
कुबेर देवता को सफेद मिष्ठान और धन्वंतरि देव को पीले मिष्ठान का भोग लगाएं।
पूजा के दौरान ‘ऊँ ह्रीं कुबेराय नमः’ इस मंत्र का जाप करते रहें।
भगवान धन्वंतरि को प्रसन्न करने के लिए इस दिन धन्वंतरि स्तोत्र का पाठ जरूर करें।