साल 2024 का अंतिम चंद्र ग्रहण लगेगा जल्द, इस राशि वाले रहें सतर्क

Chandra Grahan 2024

उत्तरी अमेरिका के अधिकांश हिस्सों से दिखाई देने वाला यह मुख्य रूप से एक उपछाया ग्रहण है। 17 सितंबर को, चंद्रमा 8:39 PM EDT (5:39 PM PDT ) पर उपछाया में प्रवेश करेगा और 10:12 PM EDT (7:12 PM PDT ) पर उपछाया में प्रवेश करेगा । यह 17 सितंबर को 11:17 बजे EDT (8:17 PM PDT ) पर उपछाया से निकलेगा और 18 सितंबर को 12:49 AM EDT पर उपछाया से (9:49 PM PDT , 17 सितंबर) निकलेगा।

भारत में चंद्र ग्रहण का समय 

भारतीय समयानुसार 17 सितंबर 2024 दिन शुक्रवार को 8:39 मिनट से चंद्र ग्रहण शुरू हो जाएगा, जो 18 सितंबर को 12:49 मिनट पर खत्‍म होगा. हालांंकि भारत में ग्रहण का सूतक मान्य नहीं होगा, लेकिन धार्मिक मान्यता के अनुसार, ग्रहण के दौरान कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना आवश्यक है.  सूतक काल में खाने-पकाने, पूजा-पाठ से परहेज करना चाहिए. इस दौरान भगवान का ध्यान करें. ग्रहण के बाद स्‍नान जरूर करें. इस अवधि में  गर्भवती महिलाओं को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है. चंद्र ग्रहण के दौरान शिव आराधना करने से लाभ मिलता है.

राशियों पर इस प्रकार प्रभाव पड़ेगा

     

      • मेष : अर्थिक संपन्नता आएगी।

      • वृष : धन हानि के कारण परेशानी बढ़ेगी।

      • मिथुन : ग्रहण काल में बाहर निकलने से बचें, दुर्घटना हो सकती है।

      • कर्क : फिजूल खर्ची से धन हानि होगी।

      • सिंह : किसी शुभ सूचना के साथ ही लाभ व उन्नति का योग है।

      • कन्या : पहले से चल रहा रोग व कष्ट बढ़ सकता है।

      • तुला : चिंता के साथ ही संतान से परेशानी होगी।

      • वृश्चिक : काफी दिनों से परेशान और आर्थिक तंगी से राहत मिलेगी।

      • धनु : शादी के योग के साथ ही शादी शुदा को जीवन साथी के कष्ट हो सकता है।

      • मकर : रोग में इजाफा होने के साथ ही चिंता बढ़ेगी।

      • कुंभ : मेहमानों के आने से खर्च अधिक होगा।

      • मीन : कई वर्षों से चल रही कार्य की परेशानी दूर होगी।

    ग्रहण के पीछे की पौराणिक कथा

    पौराणिक कथाओं के अनुसार समुद्र मंथन के समय स्वर्भानु दैत्य ने छल से अमृत पीने की कोशिश की थी। तब चंद्रमा और सूर्य देव ने उसे देख लिया था। इस बात की जानकारी उन्होंने भगवान विष्णु को दी। विष्णु ने अपने सुर्दशन चक्र से राक्षस का सिर धड़ से अलग कर दिया। हालांकि अमृत पीने के कारण दैत्य दो भागों में बंट गया। धड़ वाले हिस्से को केतु और सिर वाले भाग को राहु कहा गया।

    सूर्यचंद्रमा पर करते हैं हमला

    मान्यताओं के अनुसार राहु-केतु बदला लेने के लिए सूर्य और चंद्रमा पर हमला करते हैं। उनके प्रभाव के कारण दोनों की शक्तियां कुछ समय के लिए कम हो जाती है। इस घटना को ग्रहण कहा जाता है। शास्त्रों में इस घटना को अशुभ माना गया है। इस कारण उस दौरान शुभ कार्य नहीं किए जाते हैं।

    क्या सूतक काल लगेगा

    भारत में उपच्छाया चंद्र ग्रहण लग रहा है। इस ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखा जा सकता। इसे देखने के लिए विशेष तरह के उपकरणों की जरूरत पड़ती है। धार्मिक दृष्टि से उसी ग्रहण का महत्व माना जाता है जिसे खुली आंखों से देखा जा सके। क्योंकि इस ग्रहण को सामान्य तौर पर नहीं देखा जाएगा इसलिए इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।

    इस राशि के जातक रहें सावधान

    ज्योतिषाचार्य श्रीपति त्रिपाठी ने बताया कि यह चंद्रग्रहण वृष राशि और कृतिका नक्षत्र में लगेगा. इसलिए वृषभ राशि वालों के लिए यह चंद्र ग्रहण ठीक नहीं रहेगा. इस राशि के जातकों को किसी से वाद-विवाद और फिजूल खर्चों से बचने की सलाह दी जाती है. यदि संभव हो सके, तो इस अवधि के दौरान वृष राशि के जातक एकांत में रहकर प्रभु का ध्यान करें. ऐसा करने से मन शांत रहेगा और ये कठिन समय आसानी से गुजर भी जाएगा. 

    चंद्रग्रहण के दौरान इन बातों का ध्यान रखना है बेहद जरूरी

    – चंद्र ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाएं घर पर ही रहें.
    -ग्रहण के दौरान चांद को ना देंखे. इससे बच्चे पर बुरा असर पड़ता है.
    – इस दौरान नोकदार चीजें जैसे चाकू, कैंची, सूई आदि का उपयोग न करें.
    – इस दौरान मुंह में तुलसी रखकर हनुमान चालीसा का पाठ करें.
    – ग्रहण समाप्त होने पर शुद्ध जल से स्नान करें.
    -माना जाता है कि ग्रहण के दौरान चांद का गुरुत्वाकर्षण बहुत अधिक रहता है, ऐसे में गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए.

    किन राशियों के लिए शुभ: 

    ग्रहण तुला, कुंभ और मीन राशि वालों के लिए शुभ रहेगा। इस दौरान आपको अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। करियर में अच्छी सफलता मिलने के आसार रहेंगे। आगे बढ़ने के नए अवसर प्राप्त होने की संभावना है। यदि कहीं नौकरी का आवेदन किया है तो वहां सफलता मिल सकती है। व्यापारी लोगों को भी इस दौरान विशेष लाभ प्राप्त होने के आसार रहेंगे। करियर में आ रही बाधाएं दूर होंगी। निवेश करने के लिए भी अच्छा समय है। ग्रहण के दौरान मेष, वृषभ, सिंह और वृश्चिक वालों को सावधान रहना होगा। क्योंकि इन राशि वालों के लिए ग्रहण अच्छा नहीं है। 

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    यह उपछाया चंद्र ग्रहण होगा. उपछाया होने के कारण इस चंद्रग्रहण का सूतककाल नहीं माना जाएगा. उपछाया चंद्रग्रहण में चंद्रमा पर कुछ देर के लिए पृथ्वी की छाया पड़ती है जिस कारण से चंद्रमा मटमैला दिखाई देता है. ऐसे में आज हम आपको उन राशियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनपर चंद्र ग्रहण का बुरा असर देखने को मिलेगा.

    वृश्चिक राशि इस राशि पर चंद्र ग्रहण का बुरा असर देखने को मिलेगा. इस दौरान आपके कार्यों में बाधाएं उत्पन्न होंगी. करियर में मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा. बादविवाद में फंस सकते हैं. मातापिता की सेहत बिगड़ सकती है. 

    मिथुन राशि इस दौरान आपकी सेहत खराब हो सकती है. मानसिक तनाव रहेगा. छोटे भाई बहनों से संबंध खराब होने के आसार रह सकते हैं. इस दौरान अपनी वाणी पर नियंत्रण रखें.

    सिंह राशि चंद्र ग्रहण का बुरा असर आपकी पारिवारिक लाइफ पर देखने को मिलेगा. करियर में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है. पिता से किसी मामले में मतभेद हो सकते हैं. लव पार्टनर से संबंध बिगड़ सकते हैं.

    कुंभ राशि बिजनेस में हानि हो सकती है. कोई भी काम समझदारी से करें. वाहन को सावधानी से चलाएं. सिर दर्द से परेशान हो सकते हैं.

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