रक्षा बंधन 2025:-
रक्षाबंधन का त्योहार हर साल सावन माह की पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। यह त्योहार भाई बहन के प्रेम के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है। देशभर में रक्षाबंधन का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। रक्षाबंधन के दिन को श्रावणी पूर्णिमा भी कहा जाता है। सावन पूर्णिमा के बाद भाद्रपद माह शुरू होता है। रक्षाबंधन के दौरान बहन अपने भाई की कलाई पर राखी बांधती है और उसकी लंबी उम्र की कामना करती है। इस बार राखी का पवित्र त्योहार 19 अगस्त 2024 दिन सोमवार को होगा। इस दिन बहन अपने भाई को तिलक लगाती है और राखी बांधती हैं। बदले में, भाई अपनी बहन की रक्षा करने और उसे अपनी क्षमता के अनुसार उपहार देने का वादा करता है। लेकिन क्या आप जानते हैं रक्षाबंधन से जुड़ी कई कहानियां और तथ्य है जो यह बताते हैं कि रक्षाबंधन का त्योहार कब से शुरू हुआ। आइए जानते हैं रक्षाबंधन से जुड़ी लोक कथाओं के बारे में।
रक्षाबंधन 2025 कब है ?
2025 में रक्षा बंधन 9 अगस्त को मनाया जाएगा, जो शनिवार का दिन होगा. यह त्यौहार सावन मास की पूर्णिमा तिथि पर मनाया जाता है. राखी बांधने का शुभ मुहूर्त 9 अगस्त को सुबह 5:47 से दोपहर 1:24 बजे तक रहेगा ।
रक्षा बंधन 2025 राखी बांधने की सही विधि :-
रक्षाबंधन के त्योहार पर जब तक राखी नहीं बांधी जाती तब तक बहनें व्रत रहती हैं। राखी बांधने के लिए सबसे पहले थाली में रोली, अक्षत मिठाई और राखी रख लें। अब सबसे पहले भाई के दाहिने कलाई पर राखी बांधें, क्योंकि इस हाथ में राखी बांधना शुभ होता है। फिर उसे मिठाई खिलाएं। अब सुख-समृद्धि की कामना करते हुए भाई की आरती उतारें। इस दौरान भाई को बहनों के चरण स्पर्श करने चाहिए। ऐसा करना बेहद शुभ होता है।
रक्षा बंधन 2025 राखी बांधने के नियम :-
रक्षाबंधन के दिन सुबह दोनों भाई- बहने स्नान कर लें।
उसके बाद इस दिन नये वस्त्र धारण करें। ऐसा माना जाता है कि नये वस्त्र धारण कर के राखी बांधना शुभ होता है।
राखी बांधवाते समय भाई की पीठ पश्चिम या दक्षिण दिशा होनी चाहिए। दक्षिण दिशा में मुख करके राखी नहीं बंधवानी चाहिए।
राखी बांधते समय भाई का सर ढका हुआ होना चाहिए।
भाई के माथे पर कुमकुम और अक्षत का टिका जरूर लगाएं।
भाई के सीधे हाथ में नारियल दें और फिर राखी बांधे। ध्यान रहे की राखी बांधते समय उसमें तीन गाठ जरूर लगाएं।
राखी बांधने के बाद भाई को मिठाई खिलाएं और उनकी आरती उतारें।
उसके बाद बड़ा भाई हो तो उसके पैर छुकर आशीर्वाद लें और छोटा भाई हो तो उसको आशीर्वाद दें।
रक्षा बंधन 2025 पूजा विधि :-
राखी और सावन का अंतिम सोमवार व्रत एक दिन है। इस दिन सुबह ही स्नान कर लें। फिर साफ वस्त्रों को धारण करें। इसके बाद घर या मंदिर जहां भी पूजा करनी हैं, वहां पर शिवलिंग का अभिषेक करें। इसके बाद महादेव को बेलपत्र और फूल चढ़ाएं। अब शिव जी की आरती करें। फिर अपने सभी देवी-देवताओं का नाम लेते हुए उनसे भाई की तरक्की और सुख-समृद्धि की प्रार्थना करें।
रक्षा बंधन 2025 इतिहास और कथा :-
राजा बलि और देवी लक्ष्मी की कथा :-
धार्मिक कथाओं के अनुसार रक्षाबंधन के पावन पर्व को मनाने की शुरुआत माता लक्ष्मी ने की थी। सबसे पहले माता लक्ष्मी ने ही अपने भाई को राखी बांधी थी। धार्मिक कथाओं के अनुसार जब राजा बलि ने अश्वमेध यज्ञ करवाया था तब भगवान विष्णु ने वामन अवतार लेकर राजा बलि से तीन पग धरती दान में मांग ली थीऔर राजा बलि को रहने के लिए पाताल लोक दे दिया। तब राजा बलि ने भगवान विष्णु से वरदान के रूप में पाताल लोक में रहने का आग्रह किया जिसे विष्णु जी ने स्वीकार कर लिया। तब माता लक्ष्मी राजा बलि के पास भेष बदलकर गईं और उनके पास जाते ही रोने लगीं। राजा बलि ने जब माता लक्ष्मी से रोने का कारण पूछा तो मां ने कहा कि उनका कोई भाई नहीं है इसलिए वो रो रही हैं। राजा ने मां की बात सुनकर कहा कि आज से मैं आपका भाई हूं। माता लक्ष्मी ने तब राजा बलि को राखी बांधी और उनके भगवान विष्णु को मांग लिया है। ऐसा माना जाता है कि तभी से भाई- बहन का यह पावन पर्व मनाया जाता है।
यमराज और यमुना की कथा
रक्षाबंधन से जुड़ी पौराणिक कथा के अनुसार मृत्यु के देवता यमराज और यमुना भाई-बहन थे। एक बार यमुना ने अपने छोटे भाई यमराज को लंबी उम्र देने के लिए रक्षासूत्र बांधा था। तभी से यह परंपरा प्रत्येक श्रावण पूर्णिमा को निभाई जाती है।
महाभारत में राखी
महाभारत युद्ध में पांडवों की जीत सुनिश्चित करने के लिए, श्री कृष्ण ने अपनी सेना की रक्षा के लिए युधिष्ठिर को राखी की रस्म की पेशकश की थी। इसके अलावा कुंती ने राखी को अपने पोते अभिमन्यु से और द्रौपदी ने राखी को श्री कृष्ण से जोड़ा था।
रक्षा बंधन 2025 करे उपाय:-
रक्षाबंधन के दिन लाल रंग के मिट्टी के घड़े को लाल कपड़े से ढककर एक नारियल रख दें और फिर भाई राखी बंधवाकर इस घड़े को झोली बनाकर बहते जल में प्रवाहित करें। फिर साथ में भाई-बहन गणेशजी की पूजा अर्चना करें। ऐसा करने से सभी विघ्न दूर होते हैं और भाई-बहन के बीच प्रेम बना रहता है। साथ ही घर में धन धान्य की कमी नहीं होती और गणेशजी के आशीर्वाद से नौकरी व व्यवसाय उन्नति होती है।
रक्षा बंधन 2025 करे उपाय:-
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, रक्षाबंधन का पर्व पूर्णिमा तिथि को मनाया जाता है और पूर्णिमा का संबंध माता लक्ष्मी और चंद्रदेव से है। इस दिन भाई-बहन भगवान शिव और माता लक्ष्मी की पूजा अर्चना करें और शाम के समय चंद्रमा को जल में दूध और अक्षत मिलाकर अर्घ्य दें। ऐसा करने से ग्रहों का शुभ प्रभाव प्राप्त होगा और जीवन में तरक्की के मार्ग बनेंगे।
रक्षा बंधन 2025 करे उपाय:-
गरीबी दूर करने के लिए रक्षाबंधन के दिन बहन के हाथ से गुलाबी कपड़े में चावल, एक रुपया और एक सुपारी लेकर बांध लें। इसके बाद बहन भाई को राखी बांधें और फिर भाई बहन को वस्त्र, सफेद मिठाई और रुपए देकर चरण स्पर्श करें। फिर गुलाबी कपड़े में रखे सामान को उत्तर दिशा में रख दें। ऐसा करने से आर्थिक परेशानियों से मुक्ति मिलती है और धन धान्य की कमी नहीं होती।
रक्षा बंधन 2025 करे उपाय:-
बहनें जब भाई को राखी बांधें, तब पूजा की थाली में फिटकरी भी रख लें। राखी बांधने के बाद फिटकरी को भाई के सिर से लेकर पैर तक सात बार उल्टी दिशा में वारकर चौराहे या चूल्हे की आग में फेंक दें, ऐसा करने से बुरी शक्तियां दूर रहती हैं और आसपास सकारात्मक ऊर्जा का संचार बना रहता है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि फिटकरी नकारात्मक शक्तियों को सोख लेती हैं।
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